रचना आमंत्रण
अंक 35, 36, 37 विशेषांक के रूप में प्रकाशित होंगे, इसके लिए रचनाएँ आमंत्रित हैं।
अपनी रचनाएँ editor.parivartan22@gmail.com या अतिथि सम्पादक के मेल पर अंतिम तिथि तक अवश्य भेज दें। अंतिम तिथि के बाद रचनाएँ स्वीकार नहीं होंगी।
रचना भेजने के न्यूनतम नियम :
● 29वें अंक से पत्रिका अधिकतम 150 पृष्ठों में प्रकाशित होगी। विशेषांक के पृष्ठ कम ज्यादा हो सकते हैं।
● एक अंक में अधिकतम पाँच कवियों की चयनित कविताओं को ही शामिल किया जाएगा।
● एक अंक में अधिकतम तीन कहानियाँ ही शामिल की जाएंगी।
● आपके द्वारा भेजी गई पुस्तक समीक्षा को सम्पादकीय टीम के निर्णयोपरांत पहले पत्रिका के वेब पोर्टल पर प्रकाशित किया जाएगा, तत्पश्चात उनमें से केवल दो चयनित समीक्षाओं को ही पत्रिका के अंक में शामिल किया जायेगा। (पुस्तक समीक्षा हमें मेल करने का मतलब यह होगा कि आप उसे पत्रिका के वेब पोर्टल पर प्रकाशित करने की अनुमति दे रहे हैं। अतः निवेदन है कि इस संबंध में दिया हुआ नियम ध्यान से पढ़ने के बाद ही पुस्तक समीक्षा भेजें। )
● केवल एमएस-वर्ड में टंकित की हुई रचनाएँ ही स्वीकृत की जाती हैं। (बिना प्रूफ-रीड किये अपनी रचना मेल न करें। प्रूफ-रीड की भारी कमी रहने की स्थिति में आपकी रचना बिना किसी सूचना के अस्वीकृत कर दी जाएगी।)
● हस्तलिखित अथवा ई-मेल में टंकित की हुई रचनाएँ न भेजें। इस माध्यम से भेजी हुई रचनाएँ बिना किसी सूचना के अस्वीकृत कर दी जाएंगी।
● अपनी रचनाएँ ‘एरियल यूनिकोड़ एमएस’/लोहित फॉन्ट/मंगल/ कृतिदेव 10 एवं फॉन्ट आकार 14 में ही टंकित कर के भेजें।
● अपने आलेख/शोध-आलेख न्यूनतम 2000 से अधिकतम 5000 शब्दों में ही भेजें ।
● अपनी रचना को एक ही ई-मेल में एमएस-वर्ड एवं पीडीएफ दोनों रूपों में भेजें।
● रचना प्राप्ति की सूचना का अर्थ रचना -प्रकाशन के लिए स्वीकार होना नहीं होगा, अतः रचना के समीक्षित (पीअर रिव्यू) के पश्चात ही रचना को स्वीकार/अस्वीकार किया जाएगा।
● रचना के पीअर रिव्यू होने के पश्चात सुझाव/बदलावों तथा रचना को अन्तिम रूप देने के लिए ई-मेल का यथासमय पर उत्तर देकर पत्रिका के समय पर प्रकाशित होने में सहयोग प्रदान करें।
● एक अंक में प्रकाशित करने के लिए एक ही विधा में रचना भेजें।
● अपनी रचनाएँ केवल parivartanpatrika@gmail.com पर ही भेजें। विशेषांक की स्थिति में अतिथि सम्पादक के मेल पर रचनाएँ भेजी जा सकती हैं।
● सम्पादकीय मंडल अथवा परामर्श मण्डल के ई-मेल पते पर भेजी गई रचनाएँ प्रकाशन के लिए विचारणीय नहीं होंगी।
● अपनी रचना भेजते समय वर्ड फाइल के पहले पृष्ठ पर अपना नाम, पता, फोन/मोबाइल क्रमांक व ईमेल पता लिखें।
● हम रचनाकारों को किसी भी प्रकार का मानदेय/रकम नहीं प्रदान करते हैं और न तो किसी भी प्रकार की फीस/प्रकाशन चार्ज वसूलते हैं, अतः इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की बातचीत/चर्चा के लिए संपर्क न करें।
● विशेषांक/अंक के विषय को ध्यान में रखकर ही अपनी रचनाएँ भजें। विशेषांक आदि की जानकारी के लिए वेबसाइट पर ‘रचना-आमंत्रण’ एवं पत्रिका के फेसबुक पेज को समय – समय पर देखते रहें।