परिचय
‘परिवर्तन : साहित्य, संस्कृति एवं सिनेमा की वैचारिकी’ विमर्श केंद्रित, पीयर रिव्यूड (Peer-reviewed) त्रैमासिक ई-पत्रिका (शोध-जर्नल) है। पत्रिका का उद्देश्य साहित्य, संस्कृति और सिनेमा के क्षेत्र में विमर्श व शोध को प्रोत्साहित करना है। कला जगत की विधागत विविधताओं को ध्यान में रखते हुए पत्रिका में कई वैचारिक स्तंभों का प्रावधान किया गया है जो इस प्रकार हैं- भाषा, साहित्य और संस्कृति (आलेख), मीडिया और सिनेमा (आलेख), समकालीन विमर्श (दलित विमर्श, आदिवासी विमर्श, स्त्री विमर्श इत्यादि), शोध पत्र, कविता, कहानी, लोक साहित्य, रंगमंच, प्रवासी साहित्य, पुस्तक समीक्षा, साक्षात्कार, अनुवाद इत्यादि।
पत्रिका का मूल उद्देश्य साहित्य और कला के माध्यम से भारतीय सामासिक संस्कृति, भारतीय जीवन-दर्शन तथा इसकी एकता और अखंडता में सहयोगी संभावित वैचारिक विकल्पों का विकास एवं कला जगत के समकालीन प्रतिमानों की खोज है।
कला जगत के प्रमुख हस्ताक्षरों, सृजनकर्मियों और पाठकों का परिवर्तन पत्रिका में स्वागत है। हम उम्मीद करते हैं कि आप सभी अपने सार्थक लेखन और महत्त्वपूर्ण सुझाव के ज़रिये पत्रिका को एक सशक्त वैचारिक मंच के रूप में स्थापित करने हेतु सहायता करेंगे। यह पत्रिका जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्तूबर महीने में नियमित रूप से प्रकाशित की जाएगी।
संस्थापक/संपादक : महेश सिंह
पत्राचार | स्थायी पता |
महेश सिंह हिंदी विभाग पांडिचेरी विश्वविद्यालय पुद्दुचेरी – 605014 parivartanpatrika@gmail.com | ग्राम – भलुआ, पोस्ट – परसिया, ज़िला – देवरिया उत्तर प्रदेश – 274 501 gguhindi@gmail.com Mob. # +91 9489 246095 |